कुछ अनसुलझे सवालों के जवाब मांगता हूं... मैं इंसान हूं इंसानियत का हिसाब मांगता हूं। कुछ अनसुलझे सवालों के जवाब मांगता हूं... मैं इंसान हूं इंसानियत का हिसाब मांग...
फिर जो उत्तर प्राप्त हुआ वो है प्रेम जिससे मैं सृजित हुआ हूँ। फिर जो उत्तर प्राप्त हुआ वो है प्रेम जिससे मैं सृजित हुआ हूँ।
कुछ सवाल अक्सर बिगड़े रिश्तों को बनाते हैं। कुछ सवाल अक्सर बिगड़े रिश्तों को बनाते हैं।
एक सवाल एक सवाल
अक्सर ऐसे समय में मौन लेने लगता है आकार बढ़ने लगती हैं दूरियां पैदा हो जाती है दरार अक्सर ऐसे समय में मौन लेने लगता है आकार बढ़ने लगती हैं दूरियां पैदा हो...
तेरा शुक्रिया, हर पल शुक्रिया। तेरा शुक्रिया, हर पल शुक्रिया।